SEO क्या है : SEO एक ऐसा प्रोसेस है जिसकी मदद से हम अपने वेबसाइट पेज के रैंक को Search Engine में हाई करते है। SEO का मतलब होता है Search Engine Optimization, इस तकनीक की मदद से हम अपने ब्लॉग को सर्च इंजन रिजल्ट के लिए ऑप्टिमाइज़ करते है। तो दोस्तों आईये जानते है के SEO क्या है ?
जब कभी हमें इन्टरनेट पे कुछ भी ढूंढना होता है तो हम उसे ढूंढने के लिए सर्च इंजन का इस्तेमाल करते है, दुनया में लगभग 75% लोग Google सर्च इंजन का इस्तेमाल करते है। Google के अलावा Yahoo, Bing, जैसे दुसरे बड़े सर्च इंजन भी मौजूद है जिसे Google के बाद सर्च के लिए सब से ज़्यादा यूज़ किया जाता हैं। इन सर्च इंजन में SEO की मदद से हम अपने पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पोजीशन पे लाते है।
जब हमें Google पे कुछ भी सर्च करना होता है तो हम कुछ ‘KEYWORD’ का यूज़ कर के उस चीज़ को सर्च करते है तो उस KEYWORD से रिलेटेड जितने भी contents गूगल के पास होते है वो उसे शो करता है। जैसे अगर हमें delhi के बेस्ट होटल के बारे में जानना होगा तो हम जो कीवर्ड यूज़ करेंगे वो ‘Best hotel in delhi’ हो सकता है।
इस कीवर्ड के लिए जो रिजल्ट हमें Google में दिखेगा वो अपने अपने रैंकिंग के हिसाब से होंगे, और जो सबसे ऊपर होगा वो रैंकिंग में no.1 होगा। ये सारे कंटेंट जो हमारे कीवर्ड के आधार पे हमें गूगल में दीखते है वो अलग अलग साइट्स के होते है और हर साईट की यही कोशिश होती है के उसका पोस्ट Google में no.1 पोजीशन पे हो।
अपने पोस्ट को no.1 पोजीशन पे लाने के लिए हमें अपने पोस्ट में SEO का अच्छी तरह से इस्तेमाल करना होता है।जितने बेहतरीन तरीक़े से किसी भी ब्लॉग का SEO होता है वो सर्च रिजल्ट में टॉप पोजीशन पे आता है और ब्लॉग उतना ही ट्रैफिक अपने साईट पे लाता है जिसकी वजह से वो साईट पॉपुलर हो जाता है।
SEO ब्लॉग के लिए क्यों ज़रूरी है
किसी भी ब्लॉगर का ब्लॉग लिखने का सबसे बड़ा मोटिवे जो होता है वो ये है के उसके लिखे हुए ब्लॉग ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहंचे। ब्लॉग का कंटेंट चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो अगर वो लोगों तक नहीं पहंचता तो उसके अच्छा होने का कोई भी फायदा नहीं है। इसलिए हमें अपने ब्लॉग को लोगों तक पहंचाने के लिए SEO करना ज़रूरी हो जाता है।
अगर हम SEO नहीं करते है तो सर्च इंजन हमारे वेबसाइट को ढूंढ नहीं पायेगा और search लिस्ट में हमारे द्वारे लिखे पोस्ट को शो नहीं किया जायेगा क्यों की GOOGLE के डेटा बेस में हमारे साईट की कोई भी जानकारी स्टोर नहीं होगी।
सर्च इंजन हमारे पोस्ट को कीवर्ड से ढूंढता है और अगर हम ने SEO नहीं किया हो तो बिना कीवर्ड के हमारा पोस्ट सर्च लिस्ट में नहीं आयेगा जिसकी वजह से हमारे पोस्ट पे ट्रैफिक होना बहुत मुश्किल हो जायेगा।
SEO के टाइप्स
SEO दो तरह का होता है
- ON पेज SEO
- OFF पेज SEO
ON पेज SEO: अपने आर्टिकल को लिखते वक़्त हम अपने आर्टिकल में जो भी कंटेंट इम्प्लेमेंट करते है जैसे हैडिंग, टाइटल, मीडिया, डिजाईन वगैरह को सही ढंग से ऑप्टिमाइज़ करना ही ON पेज SEO कहलाता है। इस ऑप्टिमाइजेशन में हम किसी सिंगल ब्लॉग के कंटेंट को हम किसी पर्टिकुलर टारगेट कीवर्ड के लिए रैंक करने के लिए ऑप्टिमाइज़ करते है।
ON पेज SEO में कंटेंट की क्वालिटी, प्रॉपर कीवर्ड प्लेसमेंट और भी बहुत सारे फैक्टर्स होते है जिसपे ध्यान दिया जाता है। ON पेज SEO का मतलब किसी पोस्ट को स्मार्टली ऑप्टिमाइज़ करना होता है, ताकि सर्च इंजन के द्वारा किसी पर्टिकुलर कीवर्ड के लिए हमारा ब्लॉग PICK OUT हो सके और वेबसाइट पे ज्यादा से ज्यादा लोगों को भेज सके।
OFF पेज SEO
सर्च इंजन पे वेबसाइट की रैंकिंग को इम्प्रूव करने के लिए बहुत सारे मेथड यूज़ किये जाते है जिनमे से कुछ मेथड on साईट इम्प्लेमेंट होते है तो कुछ मेथड वेबसाइट के बहार। वो तमाम मेथड जिन्हें हम वेबसाइट के बाहर इम्प्लेमेंट किया जाता है और सर्च इंजन की रैंकिंग और ट्रैफिक को Increase किया जाता है उसे Off पेज सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन कहते है।
Off पेज ऑप्टिमाइजेशन में जितना हो सके उतना Backlinks क्रिएट किये जाते है जिस से लोगों का ज्यादा से ज्यादा उस साईट पे trust और ट्रैफिक क्रिएट हो सके। Off पेज ऑप्टिमाइजेशन में साईट की लिंक बिल्ड की जाती है, लेकिन लिंक बिल्डिंग के अलावा भी बाहुत से काम है जिसे ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन में किया जाता है।
इस तरह से Off-page SEO एक्चुअल में आपके Website को ऑनलाइन एंड ऑफलाइन optimize करने का एक तरीका है जिसमे कंटेंट, ब्लॉगर रिलेशनशिप और सोशल रिलेशनशिप्स को यूज़ कर के सर्च इंजन के लिए लिंक बिल्ड की जाती है।
दोस्तों मुझे उम्मीद है के आप इस आर्टिकल के ज़र्ये SEO क्या है और इसकी बेसिक बातों को तो समझ ही गये होंगे, और शायद ये आपके लिए काफी Informative भी होगा।