आप ने लोगों को अक्सर कहते हुए सुना होगा के ‘be yourself’ या ‘ true to yourself ’ या फिर ‘just be you’. ये सरे वर्ड सुनने में बहुत स्वीट लगते है, पर क्या आपको पता है के इसका क्या meaning होता है|surely आप या तो अपने version के बेस्ट हो सकते है या फिर उस से कम और आप का ये रूप circumstances के according बदलता रहता है| पर वो सब आपके वेरिएशन है के आप किस वक़्त में क्या आर कैसा फील करते है|
खुद का होने का कोई एक वे नहीं है बहुत सरे ways है लेकिन हमें उस वे से देखना चाहए के हम अपने बेस्ट version में हमेशा कैसे रहें | चाहे वो कोई भी सिचुएशन हो हमें अपना बेस्ट देने की कोशिश करनी चाहए| अपने बेस्ट version में रहना ये कोई एक टाइम की बात नहीं है ये एक constant decision है जो आपको हर दिन या फिर हर घंटे लेने चाहए| कभी आप अच्छे decision लेते है,कभी आप सीखते है, कभी आप खुद के साथ सच्चे रहते है, या फिर कभी कभी आप अपने आप को धोका देते है|
आप जो कुछ भी करें पर खुद को धोका न दें, खुद को हराए नहीं ,और ये की खुद की पोजीशन को समझे के आप इस दुनया में कहा पे है ये कभी न भूले ये एक करेज का कम है खुद को हर वक़्त हर turn पे मापते रहए के आप कहाँ पे है|
लोग खुद के साथ True होना क्यों छोर देते है
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- आप सिंपल pure और अच्छा महसूस करेंगे
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- आप जिस रूप में है यूज़ पसंद करेंगे
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- आप की अंतर आत्मा शांत होगी
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- आप किसी भी सिचुएशन को easily manage कर लेंगे
- आपका कंसंट्रेशन अच्छा होगा|
हमेशा कोशिश करे के आप खुद को उस फॉर्म में रखे जिसमे आप खुद को बहुत कोम्फोर्ताब्ले रखते है जो चीजें आपको ख़ुशी देती हो और जिसमे आप अपना बेस्ट परफॉरमेंस देते हो वो करें ताकि आप भी खुश रहे और आपके आस पास के लोग भी|