Default प्राइवेसी: आप में शायद बहुत कम ही लोगों ने कभी अपनी Privacy सेटिंग को देखा होगा। और वो सारे Updated डेटा पोलीसी जो आपको आपके इनबॉक्स में मिलते है शायद उसे भी कभी न देखा हो। और ये Exactly वैसा ही है जैसा के Facebook, Google चाहते है। वो हमें दिखाते है के हमारा डेटा हमारे कंट्रोल में है पर वे जानते है के हम में से अधिकांश लोग इसे चेंज नहीं करेंगे। और कंपनी के इस नियम को Default प्राइवेसी रूल कहते है। हम में से 95% लोग इतने बिजी है या फिर इतने कंफ्यूज है के वो इन Default प्राइवेसी सेटिंग को चेंज नहीं करते है।
Companies के ये Default प्राइवेसी अनौपचारिक के सिवा कुछ भी नहीं है। अगर आपने एंड्राइड phone को चालू करते वक़्त गूगल असिस्टेंस को चालू कर दिया है तो Google आपके हर जगह जहाँ आप जाते है वहां का मैप सेव रखता है। Amazon आपके विश लिस्ट को Publicly शो करता है और Alexa से हुयी आपकी बातों को रिकॉर्ड करता है। Facebook आपके फ्रेंड लिस्ट को publicly एक्स्पोज़ करता है और उन तमाम पेजेज़ को भी जो आप फॉलो करते है। और ये Marketers को अपने फेसबुक ऐड में आपका नाम यूज़ करने देते है।
यहाँ पे डिफ़ॉल्ट सेटिंग को चेंज करने का मतलब है के आपको कुछ कम personalize सर्विस मिलेगी या फिर आपको एक ही ऐड बार बार देखने को मिलेगी। लेकिन ये Changes आपके डेटा द्वारा Fueled किये गये विज्ञापन को कम कर सकते है।
सबसे पहले इन बड़ी कंपनियों को अपने बारे में डेटा कलेक्ट करने से रोकें। और यह शुरुआत के लिए एक अच्छी जगह है।
फेसबुक की Default प्राइवेसी सेटिंग में कोई भी आपके सभी फेसबुक के दोस्तों और उन Weird पेजेज जिसे आप फॉलो कर रहें है उसे देख सकता है। इसे चेंज करने के लिए अपने फेसबुक App के सेटिंग और प्राइवेसी में जाएँ उसके बाद अकाउंट सेटिंग और फिर Timeline एंड Tagging में यहाँ पे Review के आप्शन को ON कर दें।
Amazon
Amazon आपके Artificial Intelligence Alexa से की हुई बात जो आपने कभी भी की है उसकी Recording रखती है।
Microsoft